सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश: अब सुल्तानपुर के प्राइमरी स्कूलों के बच्चे भी तारों को देख सकेंगे और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) व रोबोटिक्स जैसी आधुनिक तकनीकों को सीख सकेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार की 'पीएमश्री' योजना के तहत जिले के कुछ चयनित प्राइमरी स्कूलों में एस्ट्रोनॉमी लैब और AI/रोबोटिक्स आधारित स्किल हब स्थापित किए जाएंगे। यह पहल बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने और उन्हें भविष्य की तकनीकों से परिचित कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
एस्ट्रोनॉमी लैब और स्किल हब का उद्देश्य
इन एस्ट्रोनॉमी लैब में बच्चों को खगोल विज्ञान, सौरमंडल, ग्रह-नक्षत्रों और अंतरिक्ष से जुड़ी जानकारी आधुनिक उपकरणों के माध्यम से दी जाएगी। इसके साथ ही, AI और रोबोटिक्स आधारित स्किल हब में बच्चों को इन उभरती हुई तकनीकों का व्यावहारिक ज्ञान भी मिलेगा। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों की बौद्धिक क्षमता का विकास करना और उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना है।
'स्पोक एंड हब मॉडल' पर आधारित
ये लैब 'स्पोक एंड हब मॉडल' पर आधारित होंगी, जिसका अर्थ है कि चयनित स्कूलों में स्थापित लैब एक केंद्र के रूप में कार्य करेंगी। अन्य विद्यालयों के छात्र और शिक्षक भी इन केंद्रों पर आकर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। इससे अधिक से अधिक बच्चों को इन आधुनिक सुविधाओं का लाभ मिल पाएगा।
चयन प्रक्रिया और फंडिंग
प्रत्येक एस्ट्रोनॉमी लैब की स्थापना के लिए प्रति स्कूल लगभग चार लाख रुपये का प्रावधान किया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारियों को जिले से एक उत्कृष्ट 'पीएमश्री' विद्यालय का चयन निर्धारित मानकों के आधार पर करने के निर्देश दिए गए हैं। चयनित विद्यालय में कम से कम दो रिक्त अतिरिक्त कक्षा-कक्ष उपलब्ध होने चाहिए, जिन्हें प्रयोगशाला और स्किल हब के रूप में विकसित किया जा सके। साथ ही, विद्यालय में बिजली, इंटरनेट, सुरक्षा और साफ-सफाई जैसी न्यूनतम आधारभूत सुविधाएं भी होनी चाहिए।
यह पहल सुल्तानपुर के साथ-साथ पूरे उत्तर प्रदेश में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने और बच्चों को आधुनिक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जोड़ने में सहायक होगी, जिससे वे भविष्य के लिए तैयार हो सकें।
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